गहरी - गहरी काली आँखें
नटखट - सी मतवाली आँखें
चंचल - सी मदमस्त नशीली
ज्यूँ मदिरा की प्याली आँखें
जाने कितनी बातें हो लीं
आँखों में जब डाली आँखें
पलकें यूँ झपकाती , मानो
जगमग दीप, दीवाली आँखें
मैंने पूछा - क्या लगता हूँ
उसने जरा झुकाली आँखें
तुम से सब रौशन है 'अंशु'
तुम बिन खाली-खाली आँखें
Wah kya baat h
Thanks deedak ji
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