दुनियाँ बोहोत खूबसुरत है , मगर हमारी जिंदगी वैसी ही बीतती है जैसा हम चाहते हैं।
हरास निराश होने से पहले एक बात हमेशा अपने जेहन में याद रखना, दुनियाँ उस वक़्त भी यैसे ही चल रही थी जब हम दुनियाँ में नही थे और हमारे जाने के बाद भी यैसे ही चलती रहेगी।
जिंदगी उस समय भी कठिन थी और आज भी। इसे न आप बदल सकते ना मैं, और ना ही हम आप मिलकर,
यैसी परिस्थिति में हमें वो चीज बदलनी चाहिए जो हम बदल सकते हैं और वो चीज है हमारा नजरिया, हमारी सोच, हमारे अंदर की कमियाँ, हमारा आत्मविश्वास।
हर कुछ पहले मुश्किल लगता है पर एक बार सुरुआत कर के देखो , तुम खुद ही कहोगे "वाकई में दुनियाँ सुंदर है।