अहिंसा की सबसे बड़ी बजह हम लोगो की राजनीति है, जो हम कहते वो हम करते नहीं और जो करते है वो कहते नहीं. सयम हम लोगो में है नहीं ,हर काम की हमे जल्दी है ,अपने घर वालो की बात तक तो सुन नहीं सकते तो बहार वालो की बात कैसे सुनेंगे. अपना दायरा हम लोगो ने कम कर लिया है?
You are viewing a single comment's thread from: