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RE: धर्म का प्राणतत्व : विनय (भाग # १) | The Life of Religion : Modesty (Part # 1)

in #life6 years ago

विनम्रता से और प्रेम भाव से ही आप दूसरों का साथ पा सकते हो चलाकि और चापलूसी से आप बस लोगो का फायदा उठा सकते हो लेकिन बाद में जब लोगो को पता चलता है की आप ने उनका अपने मतलब के लिए प्रयोग किया है तो शायद वही लोग आप के साथ आये जिनको आप से कुछ फायदा मिलता है लेकिन बाद में वो भी आपका साथ छोड़ देते है.
लोगो के मन में अपने लिए जगह बनाए द्वेष नहीं.