मेरी खुशी मेरे ही हाथ में है, और इसे मुझसे कोई नहीं छीन सकता’। यदि आपने दिल से अपने आप से यह बात कही है तो आपके चेहरे पर एक मुस्कान जरूर होगी।
आपके भीतर एक खुशी एवं उत्साह को भर देता है। और यह बात सत्य ही तो है, यदि हम अपने लिए खुशियां बटोर लें, केवल बड़ी नहीं कुछ छोटी-छोटी भी और साथ ही दूसरों की व्यर्थ बातों का खुद पर असर ना होने दें तो हम शायद ही कभी उदास न रहें और हमेशा खुश रहे।बहुत अच्छा ब्लॉक है आपका इस पोस्ट से हमे बहुत कुछ सीखने को मिलता है दन्यवाद मेहता जी
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