You are viewing a single comment's thread from:RE: जिनवाणी -- धर्म : स्वरुप और सिद्धांत --- भाग #२View the full contextView the direct parentmehta (76)in #life • 6 years ago क्यों नहीं, आप चाहे तो किसी भी भाषा में लिख सकते है. ये सब आप पर निर्भर है.
धन्यावाद सर