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RE: मानवता संरक्षण का अस्त्र : अहिंसा (अन्तिम भाग # ५ ) | The War of Humanitarian Conservation : Non-violence (Final Part # 5)

in #life6 years ago

मुझे लगता है आप थोड़े असमंजस में है. आप को कहीं तो एक रेखा (लक्ष्मण रेखा) तो खीचनी ही पड़ेगी, पर कहां ये आप पर निर्भर करता है. आप मांस, अंडा, मछली, दूध व पौधों से प्राप्त चीजों में अन्तर तो कर ही सकते है कि क्या कम अहिंसक है अपने जीवन यापन के लिए.
एकेन्द्रिय व पंचेन्द्रिय जीव की हिंसा में अन्तर तो है ही. आप किसी मनुष्य को चिंटी काटे या उसका क़त्ल ही कर दे, इन दोनों बातो में बड़ा अन्तर है. ये सब बातें एक जैसी बात नहीं है.