बाहरी परिस्थितियां चाहे जैसे भी हों, खुश और आनंदित कैसे रहा जाए,
अगर आप को ये पता चल जाये जो की किसी भी मनुष्य के लिए जानना जरुरी हैं ,
मनुष्य को कभी कोई समस्या हो ही नही सकती.
लेकिन ये जानने के लिए मनुष्य को एकाग्र मन से चिंतन की जरुरत हैं ,आज के मानव को जरा सी समाया होती हैं तो लगता हैं पहाड़ टूट गया हैं ,इतना भयभीत हो जाता हैं की अपनी समस्या को और ज्यादा कर लेता हैं .
पहले मनुष्य को अपने पर काबू करने का गुण सीखना चाहिए, इससे कितनी भी बड़ी समस्या हो इससे निपटने के लिए एक अन्दर से आवाज आएगी और आप सफल हो जायेंगे .
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Bilkul sahi baat kahi hai apne.