You are viewing a single comment's thread from:RE: सुख : स्वरूप और चिन्तन (भाग # १) | Happiness : Nature and Thought (Part # 1)View the full contexthimanshurajoria (20)in #life • 6 years ago किसी ने सोचा है कि हम सुख क्यों पाना चाहते हैं ???? दुःख भोगने से ही सुख के मूल्य का ज्ञान होता है।
बहुत ही सत्य बात कही है आपने, बिना दुःख के सुख के मूल्य का ज्ञान नहीं होता है.