You are viewing a single comment's thread from:RE: समाज-सेवा : प्रभु-सेवा (अंतिम भाग # २) | Community Service : God Service (Final Part # 2)View the full contextahlawat (66)in #life • 6 years ago स्वामी विवेकानंद आपने सब कुछ त्याग दिया था। सिर्फ दूसरो के लिए।