जैसे जैसे मनुष्य कुदरत से दूर हो रहा है बीमारियां भी बढ़ रही है। कुदरत के बनाये कोई भी फल सब्जी या और पदार्थ मनुष्य कितने भी खा ले बीमार नहीं होता। परन्तु जीभा के स्वाद के लिए जब मनुष्य इनमें अपने अनुसार ज्यादा बदलाव कर देता है तो वो बीमारी का कारण बन जाता है। तो दोस्तों, इच्छा पूरी करना बुरी बात नहीं है परन्तु कुदरत से ज्यादा दूर मत होइए, वरना दवा से ही पेट भरना पड़ेगा।
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