अच्छे कर्म हमेशा इंसान को महान बना देते है , अच्छे कर्म करने से मन में शुद्धता की मिठास घुल जाती है , मन शीतलता से भर जाता है , व्यक्ति को परम सुख की अनुभूति होती है , चाहे आचार्य चाणक्य हो या महात्मा बुद्ध जी उन्हें आज भी लोग याद करते हैं क्यूंकि उनके विचारो में शुद्धता थी , इसलिए आपने बिलकुल सही कहा मरने के बाद भी हमारे अच्छे कर्मो के सहारे हम जिन्दा ही रहेंगे
You are viewing a single comment's thread from:
जी शुक्रिया कहने को तोह शरीर मरता है आत्मा अजर अमर है पर अच्छे कर्म भी इंसान के जाने के बाद भी दिलो में ज़िंदा रहते है एक अच्छी याद और उदहारण बनकर भी .